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जिम हो या गरबा प्रैक्टिस…युवा हो रहे हैं हार्ट अटैक का शिकार, हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया इस खास चीज से है कनेक्शन!

<p style="text-align: justify;">देश के कोने-कोने से आए दिन हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे है. यह एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है. सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि कोरोना महामारी के बाद से ही खासकर युवाओं में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा बढ़े है. हाल ही में दो ऐसे मामले सामने आए है जिसे देखकर किसी कि भी चिंता बढ़ जाएगी. क्योंकि जिस तरीके से लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं वह चिंता के साथ-साथ डराने वाली बात है. गुजरात में 19 साल का लड़का गरबा प्रैक्टिस के दौरान हार्ट अटैक का शिकार हो गया. जब लड़के को पास के हॉस्पिटल में ले जाया गया तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.</p>
<p style="text-align: justify;">गुजरात के इस मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है क्योंकि इतनी छोटी उम्र में लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं यह एक गंभीर विषय है. वहीं अभी कुछ दिन पहले गाजियाबाद का केस कौन भूल सकता है. कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी ज्यादा वायरल हुआ था. जिसमें एक लड़का ट्रेडमिल पर चलते-चलते अचानक गिर जाता है. जिसके बाद उसके पीछे जिम कर रहे दो शख्स भागते हुए उसके पास आए और उसे उठाने की कोशिश की. हॉस्पिटल ले जाने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. लड़का गाजियाबाद का रहने वाला था. उम्र 19 साल बताया जा रहा है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>हार्ट अटैक की एवरेज उम्र पहले 60 थी लेकिन अब वह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है</strong></p>
<p style="text-align: justify;">सबसे परेशान करने वाली बात यह है कि हार्ट अटैक जिसके पड़ने की एवरेज उम्र 60 थी. आज के समय में वह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. और यह सबसे ज्यादा चिंता का विषय है. हार्ट अटैक के बढ़ते हुए मामले के पीछे सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल, नींद पूरी न होना, खराब डाइट, चीनी की ओवर इटिंग, एक्सरसाइज न करना बताया जाता है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">हमने इस मामले में रिसर्च करने की कोशिश की तो पता चला कि ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट और डॉक्टर्स इस बात पर पूरी तरह सहमति है कि आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से आए दिन हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. इस भागम भाग जिंदगी में लोग अपनी जिंदगी से ज्यादा काम को महत्व देते हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>रिसर्च के आधार पर कम उम्र में हार्ट अटैक के ये कारण हो सकते हैं</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>खराब लाइफस्टाइल</strong></p>
<p style="text-align: justify;">&nbsp;आजक के युवा हेल्दी डाइट से कोसों दूर हैं. वह जितने मजे से फास्टफूड खाते हैं उन्हें घर का खाना सही नहीं लगता है. आज की जेनरेशन बाजार के तले-भुने ऑयली खाना ज्यादा पसंद कर रही है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>स्ट्रेस लेना</strong></p>
<p style="text-align: justify;">&nbsp;युवाओं में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण कम उम्र में ज्यादा स्ट्रेस. यह स्ट्रेस कई तरह का हो सकता है जैसे फाइनेंसियल, फैमिली के कारण, परिवार में किसी की अचानक मौत. डॉक्टरों का मानना है कि स्ट्रेस का कारण भी ज्यादातर युवा हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नींद पूरी न लेना</strong></p>
<p style="text-align: justify;">6-8 घंटे की नींद बहुत ज्यादा जरूरी होती है. लेकिन आज की युवा पीढ़ी स्मार्ट फोन के पीछे इतनी दिवानी होती है कि उन्हें नींद की फिक्र कहां है. इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया स्क्रॉल के चक्कर में नींद पूरी हो ही नहीं पाती. जिसके कारण हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>जेनेटिक कारण</strong></p>
<p style="text-align: justify;">अगर किसी व्यक्ति की फैमिली में हार्ट अटैक से मौत हुई है तो उन्हें दूसरे के मुकाबले ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है. हार्ट अटैक का सबसे बड़ा जेनेटिक भी है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>एक लीमिट में एक्सरसाइज करें</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हाल ही के दिनों में देखा गया है कि जो खूब एक्सरसाइज करतें हैं फिट रहते हैं वह भी हार्ट का शिकार हुए है. किसी भी चीज की लीमिट होती है. ऐसे में जब भी एक्सरसाइझ करें तो अपनी शरीर के हिसाब से करें. क्योंकि हार्ट अटैक के कई मामले में देखा गया है कि बहुत ज्यादा एक्सरसाइज भी इसके कारण है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या दिल के लिए कार्डियो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से बेहतर है?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">बहुत सारे दावे हैं जो कहते हैं कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कार्डियो से बेहतर है. पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह दोनों ही एक्सरसाइज एक दूसरे की को कंप्लीमेंट करती हैं. &nbsp;और दोनों को रेगुलरली किया जाना चाहिए. हालांकि उन लोगों को कार्डियो एक्सरसाइज और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कम करनी चाहिए या इससे बचना चाहिए जिनमें हार्ट की फैमिली हिस्ट्री रही है. जब भी आप जिम जाएं तो यह बहुत जरूरी है कि अपने ट्रेनर को अपनी फैमिली हिस्ट्री और अपनी बीमारियों के बारे में जरूर बताएं. कई बार इन बीमारियों के बारे में छुपा ले जाना आपके लिए जानलेवा हो सकता है. खास तौर पर कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का सबसे ज्यादा असर आपके दिल पर पड़ता है जो बाद में हार्ट अटैक बनकर सामने आता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong><em>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</em></strong></p>
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