Builders Launching Fewer Affordable Housing Units Amid Low Demand Focuses Now On Luxury Housing Units Launch
Affordable Housing Projects: रियल एस्टेट कंपनियां अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग में लगातार कटौती कर कर रही हैं और अब उनका फोकस लग्जरी हाउसिंग यूनिट्स के लॉन्चिंग पर है. कोरोना महामारी के बाद से 40 लाख रुपये और उससे कम कीमत के घर वाले प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग कम हो गई है. जुलाई से सितंबर 2023 तिमाही के दौरान रियल एस्टेट कंपनियों ने 20920 अफोर्डेबल हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च किए हैं जबकि 2018 के जुलाई से सितंबर तिमाही में कंपनियों ने 21900 हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च किए थे.
रियर एस्टेट कंसलटेंट एनारॉक ने डेटा जारी किया है जिसके हाउसिंग सेक्टर के लिहाज से बेहद खास माने जाने वाले सात शहरों को लेकर ये डेटा जारी किया गया है जिसमें दिल्ली एनसीआर, मुबंगई मेट्रोपॉलिटन रीजन, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे शामिल है. डेटा के मुताबिक जुलाई सितंबर तिमाही के दौरान अफोर्डेबल घरों की सप्लाई इन सात शहरों में 18 फीसदी कम हुई है जो 2018 में समान तिमाही में 42 फीसदी ज्यादा रही थी. 2018 के बाद से ही अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में गिरावट आती रही है. जुलाई से सितंबर 2019 के दौरान अफोर्डेबल हाउसिंग यूनिट्स की सप्लाई में 41 फीसदी का उछाल देखने को मिला था. जो 2021 के समान तिमाही में घटकर 24 फीसदी रह गया था.
रियल एस्टेट कंपनियां अब 1.5 करोड़ रुपये या उससे महंगे लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग पर ज्यादा फोकस कर रही हैं क्योंकि इन हाउसिंग यूनिट्स को बेचने पर उन्हें ज्यादा कमाई होती है. कोरोना महामारी के बाद से होम बायर्स का फोकस शानदार लोकेशन वाले ज्यादा सुख सुविधाओं के साथ लैस लग्जरी घर हो गए हैं जिसके चलते लग्जरी होम्स की डिमांड बढ़ी है.
जुलाई से सितंबर 2018 के दौरान केवल 4590 लग्जरी हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च हुए थे जिसकी संख्या जुलाई सितंबर 2023 में बढ़कर 31,180 रही है. पिछले पांच वर्षों में लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग में तीन गुना उछाल देखने को मिला है. जुलाई से सितंबर 2023 के दौरान कुल 116,220 हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च हुए जिसमें 27 फीसदी लग्जरी कैटगरी के थे जिसकी हिस्सेदारी 2018 में केवल 9 फीसदी रही थी. एनारॉक के मुताबिक इस तिमाही में पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा लग्जरी हाउसिंग यूनिट्स की सप्लाई देखने को मिली है.
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