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5 types of millet milk you should include in your diet

पहले के समय में खाने में मिलेट्स यानी मोटे अनाज का भरपूर इस्तेमाल हुआ करता था. हालांकि, अब एक बार फिर इस सुपरफूड ने लोगों के थाली में वापसी कर ली है. अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक लोग इसे अलग-अलग तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं. रोटी, पराठा और दलिया के अलावा, मिलेट्स को कुकीज़, पकौड़े समेत कई अन्य मीठे और नमकीन व्यंजनों के साथ डाइट में शामिल किया जा रहा है. लेकिन यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि मिलेट मिल्क को भी कन्ज्यूम कर सकते हैं, जो पोषण का समृद्ध स्त्रोत है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, जिंक, मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होते हैं , जो शरीर को न केवल स्वस्थ बनाते हैं, बल्कि अंद्रूनी शक्ति देकर बीमारियों से लड़ने की भी शक्ति देते हैं.

मिलेट मिल्क क्या है?

मिलेट मिल्क विभिन्न प्रकार के मोटे अनाज जैसे रागी, प्रोसो, बाजरा और ज्वार के साथ बनाया जा सकता है. इन अनाज को कुछ घंटों के लिए भिगोया जाता है, इसके बाद इन्हें पीसकर अपने स्वाद के मुताबिक इसमें पानी मिलाया जाता है. बाद में, इसका दूध पाने के लिए मिक्सचर को छान लिया जाता है.

मिलेट मिल्क के प्रकार

1. रागी मिल्क

रागी दूध कैल्शियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में काफी लाभदायक है. इसमें हाई लेवल एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक अमीनो एसिड भी होते हैं, जो इम्युनिटी बूस्टर का भी काम करते हैं और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं. रागी दूध उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाना और अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना चाहते हैं.

2. प्रोसो मिल्क

प्रोसो बाजरा मिल्क नियासिन और थायमिन सहित बी-विटामिन का एक अच्छा स्रोत है, जो एनर्जी प्रोड्यूस करने और नर्व फंक्शन के लिए जरूरी हैं. इसमें महत्वपूर्ण मात्रा में मैग्नीशियम भी होता है, जो मांसपेशियों और नर्वस हेल्थ के लिए जरूरी है. प्रोसो बाजरा मिल्क शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ाने के साथ शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार है.

3. बाजरे का दूध

बाजरे के दूध में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो मसल गेन करने और रिपेयर करने में एक मदद करता है. इसके अलावा बाजरा मिल्क आयरन से भी भरपूर है, जो रेड ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ाकर एनीमिया को रोकने में कारगर है. बाजरे का दूध उन व्यक्तियों के लिए एक पौष्टिक विकल्प है, जो अपने प्रोटीन का सेवन बढ़ाकर बॉडी में हेल्दी ब्लड सर्कुलेशन चाहते हैं.

4. ज्वार का दूध

ज्वार का दूध फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक कम्पाउंड जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी और दिल को सुरक्षित रखने के गुण मौजूद हैं. इसकी सबसे अच्छी बात है कि यह ग्लूटेन-फ्री है, जिससे ग्लूटेन इंटॉलरेंट लोग भी इसे आराम से पी सकते हैं. 

5. बार्नयार्ड का दूध

बार्नयार्ड बाजरा दूध फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो डाइजेशन इम्प्रूव करने के साथ ही कब्ज को रोकता है. इसमें जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है, इम्युनिटी बूस्ट करने के साथ ही हीलिंग एजेंट का भी काम करता है. बार्नयार्ड बाजरा दूध उन व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है, जो डाइजेशन की समस्या से जूझ रहे हैं.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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