ज्यादा नमक खाने से हड्डियों को खतरा, हो सकती है ऑस्टियोपोरोसिस
<p class="whitespace-pre-wrap">भोजन में स्वाद लाने के लिए अकसर हम ज्यादा नमक का प्रयोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अधिक नमक खाने से हमारे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता है? विशेष रूप से हमारी हड्डियों को इससे भारी क्षति पहुंचती है. नमक में मौजूद सोडियम, हड्डियों को मजबूत बनाने वाले कैल्शियम को शरीर से बाहर निकाल देता है जिससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. सोडियम, कैल्शियम को पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर धकेल देता है. इससे हड्डियों में कैल्शियम की कमी होने लगती है और वे कमजोर होने लगती हैं. </p>
<p class="whitespace-pre-wrap">इसके अलावा अधिक नमक शरीर से पानी भी निकालता है, जिससे हड्डियों की कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं. चिकित्सकों की सलाह है कि प्रतिदिन 5 ग्राम से अधिक नमक लेना हानिकारक हो सकता है. अपनी हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए भोजन में नमक कम करें और अधिक से अधिक ताजा एवं स्वस्थ खाना खाएं. </p>
<p class="whitespace-pre-wrap"><strong>जानें ऑस्टियोपोरोसिस क्या है <br /></strong>जब हड्डियां कमजोर होने लगेगी तो उनमें दरारें पड़ने लगेंगी. डॉक्टर इस स्थिति को ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं. इसमें हड्डियां दर्दनाक और टूटने लायक हो जाती हैं. इसलिए, हमें नमक कम खाना चाहिए. हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए यह बहुत ज़रूरी है.ऑस्टियोपोरोसिस होने के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे कैल्शियम और विटामिन D की कमी, हार्मोनल गड़बड़ी, बढ़ती उम्र, शारीरिक निष्क्रियता और अत्यधिक नमक का सेवन. </p>
<p class="whitespace-pre-wrap"><strong>जानें इसके लक्षण </strong> </p>
<ul>
<li class="whitespace-pre-wrap">हड्डियों में दर्द और सूजन</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">हड्डियों का भंगुर होना</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">कठोर काम करने पर थकान महसूस होना</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">ऊंचाई कम होना</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">रीढ़ की हड्डी में झुकाव</li>
</ul>
<p class="whitespace-pre-wrap"><strong>ऑस्टियोपोरोसिस से कैसे बचा जा सकता है </strong></p>
<ul>
<li class="whitespace-pre-wrap">कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर आहार लें. दूध, दही, पनीर, सब्जियां आदि खाएं.</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें. रोज़ाना 5 ग्राम से ज्यादा न लें.</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">धूप से मिलने वाला विटामिन D लें. रोज़ कम से कम 15-20 मिनट धूप में बैठें.</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">व्यायाम और योग करें. वजन भार वाले व्यायाम ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करते हैं.</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">धूम्रपान न करें . धूम्रपान हड्डियों को कमजोर करता है.</li>
<li class="whitespace-pre-wrap">टेस्टोस्टेरोन की कमी के लिए उपचार कराएं. कम टेस्टोस्टेरोन ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है. </li>
</ul>
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<p><strong><em>Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.</em></strong></p>
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