कोरोना का हॉट स्पॉट रहे इंदौर में कोरोना की रफ्तार तो कम हो गई है, लेकिन अब इस पर सियासी पारा चढ़ने लगा है
कांग्रेस कोरोना योद्धाओं को घर-घर जाकर सम्मानित कर रही है तो वहीं बीजेपी अपने कामों को गिना रही है. इंदौर को मध्यप्रदेश में सत्ता का गढ़ भी कहा जाता है. शायद यही वजह है कि इंदौर में अब नगर निगम चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ने लगा है. कोरोना महामारी को लेकर भी इंदौर में श्रेय की राजनीति देखने को मिल रही है
कोरोना योद्धाओं का सम्मान
कांग्रेस नगर निगम चुनाव की तैयारी में जुट गई है. यही वजह है कि कांग्रेस नेता घर-घर जाकर कोरोना योद्धाओं को सम्मानित कर रहे हैं. कांग्रेस वार्ड स्तर पर डॉक्टरों के घर घर जाकर प्रमाण पत्र और शाल श्रीफल देकर सम्मानित कर रही है. अपने आपको जनता का असली हितैषी बता रही है. कांग्रेस ये भी आरोप लगा रही है कि कोरोना महामारी में सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई. ऐसे मुश्किल वक्त में डॉक्टरों ने अपनी जवाबदारी निभाई और लोगों की जान बचाई. कोरोना कंट्रोल में अहम योगदान का श्रेय डॉक्टरों को देना चाहिए.
जनता से संपर्क
इधर बीजेपी नेता भी लोगों के बीच जाकर कोरोना काल में किए अपने कामों को गिना रहे हैं. बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय का कहना है कोरोना संक्रमण काल में बीजेपी का हर कार्यकर्ता मैदान में डटा रहा. जनता की भरपूर सेवा की. कोरोना काल के दौरान तो कांग्रेस दिखाई तक नहीं दी. अब जब कोरोना समाप्ति की ओर है ऐसे में राजनैतिक श्रेय लेने लिए डॉक्टरों के घर घर जा रही है. कोरोना काल में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक तक में कांग्रेस विधायक नहीं आते थे. लोगों की चिंता कांग्रेस नेताओं ने कभी नहीं की और अब सिर्फ राजनीति कर रही है.
जवाब दे सरकार
लंबे समय से नगर निगम चुनाव में हार का सामना कर रही कांग्रेस इस बार सत्ता में लौटना चाहती है. इंदौर में पहली औऱ दूसरी दोनों लहर में हालात बेहद खराब रहे. सरकार बैकफुट पर रही. इलाज न मिलने के काऱण जनता में सरकार के प्रति गहरी नाराज़गी रही. इसलिए कांग्रेस बीजेपी को घेरने के लिए इससे अच्छा मुद्दा नहीं मिल रहा है.