खट्टी डकार-सीने में जलन 6 संकेत से जानें पेट में बन गया भयंकर तेजाब, आजएं आयुर्वेद डॉ. के 3 नुस्खे


स्काइएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज) पाचन अंग से एक गंभीर रोग है जिसे गर्ड (GERD) या एसिड रिफ्लक्स (एसिड रिफ्लक्स) के नाम से भी जाना जाता है। यह रोग तब होता है जब पेट का एसिड लगातार एसोफैगस (ग्रासनली) में वापस चला जाता है। एसोफैगस वह ट्यूब है जो आपके मुंह को पेट से दबाती है। आम भाषा में इसे पेट में तेजाब भी कहते हैं।

यह एक आम समस्या है और बहुत से लोग इसका बार-बार सामना करते हैं। जब पेट का एसिड वापस एसोफैगस की तरफ बढ़ रहा है, तो आपको खट्टी डकार, सीने में जलन, मतली, उल्टी, मुंह में गुस्सा आना, पानी आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। वास्तव में भोजन को पचाने के लिए एसिड की आवश्यकता होती है, लेकिन जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह भोजन के साथ आंतों में जाने की बजाय इसके विपरीत दिशा में बढ़ने लगता है।

एसिड रिफ्लक्स का इलाज क्या है? इसका इलाज जरूरी है, वरना आपको पाचन से जुड़े कई स्पष्टीकरण का सामना करना पड़ सकता है। यह जान लें कि इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे राहत पाई जा सकती है। आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा ने एसिड रिफ्लक्स के कुछ उपाय भी बताएं।

हीटबर्न या पेट में जलन

पेट में जलन एसिड रिफ्लक्स के सबसे आम लक्षण हैं। इसमें आपकी छाती की हड्डी के ठीक पीछे जलन होती है। यह निचले हिस्से से गले तक जा सकता है। यह तब होता है जब पेट का एसिड वापस अन्नप्रणाली की प्रतिक्रिया तक चला जाता है। यह कई चिंताओं को लेकर घंटों तक रह सकता है।

पुनरुत्थान की समस्या

ऊर्ध्वनिक्षेप-

यदि आपको एसिड रिफ्लक्स है, तो आपको यह समस्या भी हो सकती है। यह समस्या तब होती है, जब पेट के एसिड के साथ पकाए गए भोजन से पेट से अन्नप्रणाली तक वापस चला जाता है। इससे आपको डकार आ सकता है और आपके मुंह में कट्टा पानी आ सकता है। अधिक भोजन करना, भोजन के ठीक बाद व्यायाम करना या खाने के बाद झुकना इसके लक्षण बन सकते हैं।

पेट में तेजाब का इलाज

तिरस्कार या नीचा दिखाना

तिरस्कार या नीचा दिखाना

डिस्पेगिया का मतलब नीचा दिखाना है। ऐसा महसूस होता है जैसे आपका भोजन आपके गले या छाती में फंस गया है। ऐसा एसिड रिफ्लक्स के कारण हो सकता है।

गले में खराश और भारी आवाज

गले में खराश और भारी आवाज

एसिड रिफ्लक पेट के एसिड के एसोफैगस में वापस जाने से होता है इससे गला सबसे ज्यादा प्रभावित होता है, जिससे गले में जलन, सूखी खांसी और घरघराहट हो सकती है। इससे आपकी आवाज कर्कश हो सकती है।

पुरानी खांसी

पुरानी खांसी

एसिड रिफ्लक्स की वजह से आपको खांसी हो सकती है और लंबे समय तक चल सकती है। दरअसल खांसी के नाल में पेट के एसिड के बढ़ने से होने वाली क्रिया के रूप में देखा जाता है। इस तरह के लक्षण महसूस होने पर आपको डॉक्टर से पीना चाहिए या कुछ घरेलू उपाय आजना चाहिए।

पेट में तेजाब बनने के आयुर्वेदिक उपचार

पेट में तेजाब बनने के आयुर्वेदिक उपचार

पेट में एसिड से होने वाली समस्या से निपटने के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा उपाय कुछ घरेलू उपाय सुझाएं हैं। पहला उपाय यह है कि आप 1 गिलास पानी का लें, इसमें 1 बड़ा चम्मच धनिया के बीज, 5 पुदीने के पत्ते और 15 करी पत्ते डालें और 5 मिनट तक बता दें, फिर सुबह इसे छानकर पी लें। दूसरा उपाय यह है कि हमेशा खाने के बाद 1 चम्मच सौंफ बढ़ाइए। तीसरा उपाय यह है कि 1 कप पानी लें और इसे 3 मिनट तक बढ़ा दें। फिर इसमें कुछ सूखे गुलाब के पंखुड़ियां डालें और 5 मिनट तक चमकें। रात को सोने से आधा घंटा पहले छानकर पिएं।

अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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