Politics over Indore foundation day Mandloi royal family disagree with administrations decision read details cgpg


इंदौर. मध्यप्र देश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) का जन्मदिन भले ही प्रशासन ने 31 मई को मनाने का फैसला कर लिया हो, लेकिन इंदौर के राजपरिवार ने इस फैसले का विरोध करते हुए 3 मार्च को ही शहर का जन्मदिन मनाने का ऐलान कर दिया है. वे इंदौर की जनता के साथ  3 मार्च को ही शहर का जन्मदिन मनाएंगे औऱ इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन भी करेंगे. ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि क्या इंदौर का जन्मदिन दो दिन मनेगा?. दरअसल, इंदौर का जन्मदिन मनाने को लेकर शुरू से ही बवाल मचा हुआ है. पहले बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने इंदौर का नाम बदलकर देवी अहिल्यानगर करने की मांग की. जिस दिन से नया नाम रखा जाए उसी दिन जन्मदिन मनाने की  बात कही.

जनप्रतिनिधियों,सामाजिक संगठनों और नागरिकों के बीच सहमति न बन पाने की वजह से प्रशासन ने जन्मदिन तय करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी. इसके बाद सरकार ने देवी अहिल्याबाई होलकर के जन्मदिन यानी 31 मई को ही इंदौर का जन्मदिन मनाने की घोषणा कर दी. लेकिन इंदौर के राजपरिवार को ये फैसला मंजूर नहीं है. इसलिए उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया है.

राजपरिवार की मांग- 3 मार्च को हो कार्यक्रम

राजपरिवार की रानी माधवी मंडलोई ने कहा कि इंदौर की स्थापना 03 मार्च 1715 में राव राजा राव नंदलाल मंडलोई ने की थी. इसे एक करमुक्त शहर बनाकर मालवा की व्यवसायिक राजधानी बनाने का सपना देखा था और आज अपनी स्थापना के 306 वर्ष बाद इंदौर सिर्फ मालवा की ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश की औद्यौगिक राजधानी के रुप में अपनी पहचान बना चुका है. इसलिए शहर के स्वर्णिम इतिहास और गौरवशाली वर्तमान का जश्न पूरे राजसी ठाठबाठ के साथ 3 मार्च को बड़ा रावला परिसर में मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इंदौर की स्थापना 3 मार्च 1715 को मानी है. ऐसे में दूसरी तारीख की कोई गुंजाइश ही नहीं रह जाती है.

ये भी पढ़ें:  भारत की बेटी ने यूक्रेन में बनाया ‘मिनी इंडिया’, 500 स्टूडेंट्स तक ऐसे पहुंचा रहीं खाना

3 मार्च को स्थापना दिवस सैकड़ों वर्षों से मनाया जा रहा है

वहीं राजपरिवार के युवराज वरदराज मंडलोई का कहना है कि इंदौर 3 मार्च को अपना स्थापना दिवस सैकड़ों वर्षों से मनाता चला आ रहा है. सुप्रीम कोर्ट भी इसे सही मान चुका है. बावजूद इसके प्रशासन गौरव दिवस के रूप में 31 मई को शहर का जन्मदिन मनाने की बात कह रहा है, लेकिन इंदौर का स्थापना दिवस 3 मार्च को ही मनाया जाएगा. पिछले दो साल में कोरोना के चलते जन्मदिन का आयोजन बेहद सादगी से किया गया था, लेकिन इस बार भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम में शहर की उन्नति और विकास में योगदान देने वाले प्रबुद्धजनों का सम्मान किया जाएगा. अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी होगा.

आपके शहर से (इंदौर)

मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश

Tags: Indore news, Mp news

.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published.