Jabalpur: पति ने पिता बनकर अपनी पत्नी की दूसरे शख्स से कराई शादी, फिर पुलिस ने दूल्हे को पीटा, दुल्हन ‘लापता’
बहरहाल, रिश्तों का ऐसा मकड़जाल जिसमें एक ही शख्स कई किरदार निभाता है, कभी वे एक दूसरे के भाई और बहन बन जाते थे तो कभी बाप-बेटी और कभी मामा बनकर लोगों को गुमराह करते थे. दरअसल पूरा मामला ही उलझाने वाला है जिसे जबलपुर की पुलिस ने ना सिर्फ सुलझाया है बल्कि इन रिश्तों के मकड़जाल में फंसने से पहले ही कई युवाओं को भी बचा लिया है.
ऐसे चला रहे थे गोरखधंधा
लार्डगंज थाने में 11 जुलाई की रात पन्ना निवासी जयप्रकाश तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी शादी नहीं हो रही थी जिसके लिए उसने अपने रिश्तेदारों से शादी के लिए लड़की बताने की बात कही. इसके बाद उसके रिश्तेदारों ने रजनी तिवारी नामक महिला का नम्बर देकर उससे बात करने के लिए कहा. जयप्रकाश ने रजनी से बात की जिसने व्हाट्सएप्प पर अंजली तिवारी नामक लड़की की फोटो भेजी जिसे जयप्रकाश ने पसन्द कर लिया. इसके बाद जयप्रकाश को लड़की से मिलवाने जबलपुर बुलाया गया. वह अपने रिश्तेदारों के साथ जबलपुर पहुंचा जहां गोलबाजार में रजनी ने अंजली तिवारी और उसके भाई विकास तिवारी से उनकी मुलाकात करवाई. इसके बाद जयप्रकाश और उसके रिश्तेदारों के साथ सभी को रजनी ने ऑटो में बिठाया और पांचों कोर्ट पहुंचे जहां न्यायालय के बाहर एक वकील उनका इंतजार कर रहा था. रजनी ने जयप्रकाश का आधार कार्ड और 8 हजार रुपये वकील को दिलवाए. कुछ देर बाद वकील ने जयप्रकाश और अंजली के एक रजिस्टर में दस्तखत करवाये और कहा कि शादी हो गई है, आप लोग अपनी गृहस्थी शुरू कर सकते हैं. इसके बाद सभी लोग वापस गोलबाजार आ गए जहां रजनी ने लड़के के परिवार वालों से लड़की के लिए जेवर और कपड़े खरीदने की बात कहकर 1 लाख 10 हजार रुपये ले लिए. पैसे लेने के बाद रजनी वहां से चली गई.
फिर हुआ ये बड़ा खेल…
इसी बीच बाइक पर चार लोग वहां पहुंचे जिन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया और धमकी दी कि तुम लोग लड़की को भगाकर ले जा रहे हो. पुलिस बनकर पहुंचे लोगों की बात सुनकर सभी हैरत में पड़ गए और खुद को बचाने के लिए उन्होंने नकली पुलिस वालों को 8500 रुपये दे दिए. इस दौरान पुलिस ने दूल्हे के साथ बदतमीजी भी की. इसके बाद शादी करने वाली लड़की अंजली तिवारी और उसका भाई विकास तिवारी भी वहां से भाग गए. इस घटना के बाद जयप्रकाश अपने परिजनों के साथ पन्ना वापस आने की तैयारी में था, लेकिन उन्हें समझ आ चुका था कि वे ठगी का शिकार हुए हैं. फिर उसने लार्डगंज थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई.
जांच के दौरान पुलिस को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर पहुंचे युवक की बाइक का नंबर मिला, पुलिस ने बाइक के नंबर से गढ़ाफाटक निवासी आशीष तिवारी को गिरफ्तार किया. एएसपी रोहित काशवानी के मुताबिक, आशीष तिवारी ने पुलिस को बताया कि उसके परिचित विपिन जैन ने सुनील ठाकुर और ज्योति कुशवाहा उर्फ रजनी तिवारी को एक पार्टी को पन्ना से शादी करने बुलाया है, जहां भानु जैन, विकास तिवारी और भानु की पत्नी यानी सुमन जैन उसकी बहन अंजली तिवारी बनकर दुल्हन बनने का नाटक करेगी. इसी बीच आशीष को अपने दोस्तों के साथ मिलकर पुलिसकर्मी के रूप में वहां पहुंचना है और धमकी देकर लड़के और उसके परिवार वालों को वहां से वापस भगाना है. पुलिस ने इस गिरोह की रजनी तिवारी यानी ज्योति कुशवाहा, सुनील ठाकुर, विपिन जैन( फर्जी पुलिसकर्मी), आशीष तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, नकली भाई-बहन यानी पति-पत्नी भानु जैन एवं सुमन जैन अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है. जबकि आरोपियों के कब्जे से करीब 58 हजार रुपये बरामद हुए हैं.