रोस्कोसमोस ने हटाया यूएस और ब्रिटेन का झंडा, कहा-सुंदर दिखाई देगा हमारा रॉकेट
रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का आठवां दिन है. दोनों देशों के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. यूक्रेन पर हमला करने की वजह से जहां अमेरिका, यूरोप समेत कई देशों ने उस पर प्रतिबंध लगाये हैं तो जवाब में रूस ने भी प्रतिबंधो का जवाब प्रतिबंधो से ही देने की ठानी है.
ऐसे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में रूस अंतरराष्ट्रीय स्पेस में भेजे जाने वाले रॉकेट पर अमेरिका और ब्रिटेन के झंडो के निशान को मिटा रहा है पर उसने वहां पर भारत के तिरंगे झंडे को लगा रहने दिया है.
Стартовики на Байконуре решили, что без флагов некоторых стран наша ракета будет краше выглядеть. pic.twitter.com/jG1ohimNuX
— РОГОЗИН (@Rogozin) March 2, 2022
इस वीडियो में रूस अमेरिका, जापान और ब्रिटेन के झंडे ढके हुए है जबकि भारत के झंडे को उसके स्थान पर लगा रहने दिया गया है. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने ट्वीट कर कहा कि लॉन्चर… हमने फैसला किया कि कुछ देशों के झंडे के बिना हमारा रॉकेट अधिक सुंदर दिखाई देगा.
किन देशों ने रूस पर लगाये हैं प्रतिबंध
गौरतलब है कि रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद दुनिया ने उसके खिलाफ एकजुट होने और आपूर्ति श्रृंखलाओं, बैंकिंग व्यवस्था, खेल और कूटनीतिक संबंध अन्य देशों से तोड़ लिये हैं. रूस को वैश्विक रूप से अलग-थलग करने के लिए तमाम देश उस पर कई तरह के कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं जिससे वह कई मोर्चों पर दुनिया से अचानक कट गया है.
बैंकिंग के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी क्षमताएं काफी कम हो गई हैं. प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेलों में उसकी भागीदारी चरमरा रही है. यूरोप में उसके विमानों पर रोक लगा दी गई है. उसकी ‘वोदका’ (एक तरह की शराब) का अमेरिकी राज्यों ने आयात बंद कर दिया है. यहां तक कि स्विटजरलैंड, जो अपनी तटस्थता के लिए पहचाना जाता है वह भी सावधानी से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुंह मोड़ रहा है.
प्रबल तरीके से किया गया है रूस का बहिष्कार
केवल तीन दिन में, यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूस का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रबल तरीके से बहिष्कार किया गया है. हर दिन रूस के विदेशी मित्र लगातार कम होते जा रहे हैं. मैकलेस्टर कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर एवं एक भू-राजनीति विशेषज्ञ एंड्रयू लैथम ने कहा, ‘‘स्थिति कुछ इस तरह से बदली है, जिसकी तीन-चार दिन पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. यह सब देखना वास्तव में बेहद अजीब है.’’