पेपर लीक पर बोले HC के चीफ जस्टिस- सरकार को तलाशना होगा बेरोजगारी का विकल्प
एक कार्यक्रम में राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने मौजूद बच्चों से कहा कि भविष्य में जब आपको सफलता मिले या फिर कोई मुकाम हासिल करें तो अपने जैसे दस बच्चों की मदद जरुर करें।
आए दिन प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अकील कुरैशी ने बड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब तक बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक REET जैसे पेपर लीक होते रहेंगे। भले ही इसमें मौत की सजा का प्रावधान किया जाये। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी दौर में सरकार को रोजगार और आजीविका के नए विकल्प तलाशने होंगे।
बता दें कि जस्टिस कुरैशी मंगलवार को नारी निकेतन परिसर बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन समारोह में यह बातें कही। गौरतलब है कि अपने रिटायरमेंट के कुछ दिन पहले ही उन्होंने यह बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन दिनों रीट का पेपर लीक होने की चर्चा है। खूब मंथन चल रहा है। इससे जुड़ा मामला हमारे कोर्ट में भी आया था।
समाधान नहीं हुआ तो पेपर लीक होते रहेंगे: चीफ जस्टिस ने कहा कि आगे ऐसा न हो, इसके लिए हम बहुत सख्त सजा का प्रावधान करने जा रहे हैं। फिलहाल यह कोर्ट का मामला था। मैंने इसमें कुछ भी कहना उचित नहीं समझा। फिर भी मेरे मन में आया कि अगर हम अभी मौत की सजा का प्रावधान नहीं करते हैं, अगर हम बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो इस तरह से पेपर लीक होते रहेंगे।
दस बच्चों की मदद करें: अपने संबोधन में उन्होंने मौजूद बच्चों से कहा कि भविष्य में जब आप सफलता प्राप्त करें और अफसर बन जाएं या फिर कोई बेहतर मुकाम हासिल करें तो अपने जैसे दस बच्चों की मदद जरुर करें। बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अकील कुरैशी का कार्यकाल 6 मार्च को समाप्त हो रहा है। ऐसे में उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद मेरे बोलने की आजादी वापस आ जाएगी।
बता दें कि किशोर न्याय समिति, राजस्थान उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन में जोधपुर में एक राज्य स्तरीय ‘बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र’ की स्थापना की गई है। इसी कार्यक्रम चीफ जस्टिस अकील कुरैशी ने अपनी बात रखी।