घड़ी-घड़ी सायरन की आवाज, बंकरों में कैद जिंदगी…यूक्रेन से लौटी सुनिधि ने बताया वहां का हाल


यूक्रेन में फंसी सुनिधि सिंह वापस अपने घर कटनी पहुंच गई हैं। एमबीबीएस थर्ड ईयर में पढ़ने वाली सुनिधि अपने मां-बाप की इकलौती बेटी हैं। वे चार दिन तक रोमानिया बॉर्डर पर रुकी हुई थीं। मंगलवार शाम को स्पेशल फ्लाइट से वे दिल्ली पहुंची। कटनी पहुंचकर उन्होंने मदद के लिए भारत सरकार का आभार जताया है।

सुनिधि पिछले चार दिनों से रोमानिया बॉर्डर पहुंचकर वतन वापसी की राह देख रही थीं। उन्हें मंगलवार की देर शाम स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली लाया गया था। वे आज सुबह फ्लाइट से जबलपुर पहुंची। सुनिधि के उसके माता पिता उन्हें लेने पहले ही जबलपुर पहुंच गए थे।

इस मौके पर सुनिधि ने यूक्रेन की हालत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के स्थानीय लोग बेहद मददगार हैं, लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। हर आधे-एक घंटे में सायरन बजने लगता है और लोगों को भागकर बंकरों में छिपना पड़ता है। वहां फंसे भारतीय छात्रों को नहीं पता कि अगले पल क्या होने वाला है।

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