दक्षिण कोरिया के ट्रैफिक सिस्टम को देख खुश हुए आनंद महिंद्रा, नितिन गडकरी को दी ये सलाह
बता दें कि आनंद महिद्रा अक्सर इनोवेटिव तरीकों से प्रभावित होकर ट्विटर पर अपने विचार शेयर करते रहते हैं। एक मार्च को भी उनके द्वारा एक तस्वीर शेयर की गई थी जोकि मिजोरम में ट्रैफिक निय्ंत्रण को लेकर थी।
दक्षिण कोरिया अपनी तकनीक को लेकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता रहता है। ऐसे में हाई वे पर सोलर सिस्टम के प्रयोग से दक्षिण कोरिया का ट्रैफिक सिस्टम सुर्खियों में है। इससे भारतीय बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा भी काफी प्रभावित हुए। उन्होंने इस सिस्टम को अपनाने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक ट्वीट में भी टैग किया है।
दरअसल आनंद महिंद्रा ने दक्षिण कोरिया के ट्रैफिक सिस्टम के एक वीडियो को रिट्वीट किया है। इसमें हाई-वे के दोनों तरफ गाड़ियों के लिए रास्ता है तो सड़क के बीच में सौर पैनलों से ढका एक साइकिल पथ है। जिसकी छांव में साइकिल से चलने वाले आसानी से गर्मी से तो बच ही सकते हैं साथ ही इस सिस्टम से लोगों को स्वच्छ ऊर्जा भी मिलने में मदद मिलेगी।
वीडियो शेयर कर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने नितिन गडकरी के टैग करते हुए लिखा, “वाह! क्या आईडिया है, हम ऐसे ही नहरों को ढककर काम करते रहे हैं, लेकिन इस तरह से कवरेज का दायरा बड़ा होगा। यह देखने लायक है, हालांकि साइकिल चलाने वाले भले ही एक्सप्रेसवे का उपयोग न करें। और कौन जानता है, शायद इस दिलचस्प तरीके के चलते साइकिल चलाने में वृद्धि भी आये।”
वैसे आनंद महिद्रा आए दिन इनोवेटिव तरीकों से प्रभावित होकर उसे शेयर करते रहते हैं। एक मार्च को उन्होंने मिजोरम में ट्रैफिक निय्ंत्रण को लेकर एक तस्वीर शेयर की थी। इसमें लोग ट्रैफिक नियमों का पालन बड़े ही अनुशासन से करते दिखाई दे रहे थे। आनंद महिंद्रा ने लिखा- क्या शानदार तस्वीर है।
ट्रैफिक जाम की तस्वीर को लेकर उन्होंने लिखा, “एक भी गाड़ी सड़क डिवाइडर के उस पार नहीं दिख रही है। यह वाकई प्रेरणादायी है। इसके साथ ही लोगों के लिए एक अच्छा संदेश भी है कि ये हम पर निर्भर करता है कि कैसे हम अपने जीवन का स्तर बेहतर बना सकते हैं। हमें नियमों का पालन करना चाहिए, मिजोरम के लोग तारीफ के काबिल।”
गौरतलब है कि भारत में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करना आम बात सी हो गई है। ऐसे में ट्रैफिक के नियमों की लापरवाही के चलते ही देश में सालाना करीब 1.5 लाख लोगों की जान सड़क दुर्घटना में जाती है।