Maharashtra Politics: जासूसी कांड पर बढ़ा विवाद, पटोले के बयान पर शिवसेना- एनसीपी ने जताई नाराजगी
हाइलाइट्स:
- नाना पटोले के बयान से नाराज शिवसेना- एनसीपी
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से पटोले पर लगाम लगाने को कहा
- माणिकराव ठाकरे ने भी पटोले के बयान का समर्थन किया
- माणिकराव ने कहा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी
जासूसी कांड के मुद्दे पर महाविकास अघाड़ी सरकार में विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मामले पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। सूत्रों की मानें तो एनसीपी और शिवसेना नाना पाटोले के बयान से काफी नाराज हैं। दोनों ही दलों के नेताओं ने महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यह भी कहा है कि पटोले पर लगाम लगाई जाए। वे गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं। लिहाजा उनके बेबुनियाद आरोपों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एमवीए की छवि खराब हो रही है
एनसीपी और शिवसेना के मुताबिक, नाना पटोले जिस तरह से बिना सिर पैर के बयान दे रहे हैं। उसकी वजह से महा विकास अघाड़ी सरकार की ना सिर्फ छवि खराब हो रही है बल्कि बीजेपी को निशाना साधने का मौका भी मिल रहा है। इतना ही नहीं पटोले के बड़बोलेपन की बदौलत बीजेपी जनता के बीच में यह बताने में भी कामयाब हो रही हैकि महाविकास अघाड़ी सरकार में अनबन है और यह सरकार किसी भी समय गिर सकती है।
माणिकराव ने किया पटोले का समर्थन
महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मानिकराव ठाकरे ने भी नाना पटोले के बयान का समर्थन किया है। ठाकरे ने कहा कि अगर हम अपने पार्टी को मजबूत करना चाहते तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। ठाकरे ने कहा कि साल 2014 में हमें लगा कि एनसीपी के साथ लड़ेंगे उस वक्त हमने 140 सीट पर तैयारी नहीं की थी। आखिरी मौके पर कहा गया कि गठबंधन नहीं होगा तब हमारे पास उम्मीदवार नहीं थे।
नाना पटोले के बयान से नाराज शिवसेना- एनसीपी