रूस ने अपने देश से विदेशी निवेश के बाहर निकलने पर लगाया प्रतिबंध
नई दिल्ली: रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन (Russian Prime Minister Mikhail Mishustin) ने मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि रूस (Russia) देश से विदेशी निवेश की निकासी को अस्थायी रूप से रोक रहा है. आरटी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि यह कदम अमेरिका (America), यूरोपीय संघ (EU) और उनके सहयोगियों द्वारा विदेशों में रूसी पूंजी को फ्रीज करने के जवाब में आया है.
रूस के आर्थिक विकास पर ब्रीफिंग
प्रधानमंत्री (PM) ने रूस के आर्थिक विकास (Economic Development) पर एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, ‘हमें उम्मीद है कि जिन्होंने हमारे देश में निवेश (Investment) किया है, वे भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे. मुझे यकीन है कि प्रतिबंधों का दबाव अंतत: कम हो जाएगा और जो विदेशी राजनेताओं के आह्रान के आगे झुककर हमारे देश में अपनी परियोजनाओं पर अंकुश नहीं लगाएंगे, वे जीतेंगे.’
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रूसी प्रधानमंत्री का बयान
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूक्रेन (Ukraine) से संबंधित प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए रूसी सरकार (Russian Government) का कार्यकारी आयोग परिचालन मुख्यालय (Executive Commission Operational Headquarters) के रूप में आगे बढ़ रहा है. मिशुस्तीन ने कहा कि मौजूदा प्रतिबंधों की स्थिति में विदेशी उद्यमियों को आर्थिक फैक्टर्स से नहीं बल्कि राजनीतिक दबाव में निर्णय लेने से निर्देशित होने के लिए मजबूर किया जाता है.
व्यवसायों को बनाएंगे सक्षम
रूसी पीएम (Russian PM) ने कहा, व्यवसायों को सूचित निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए, रूसी संपत्ति से बाहर निकलने पर अस्थायी प्रतिबंध (Temporary Ban) लगाने के लिए एक ड्राफ्ट प्रेसिडेंशियल डिक्री तैयार किया गया है. जैसा कि अभ्यास से पता चलता है, बाजार से बाहर निकलना आसान है लेकिन ऐसी जगह पर लौटना कहीं अधिक कठिन है जो पहले से ही प्रतिस्पर्धियों के कब्जे में है.
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रूस पर लगा कठोर आर्थिक दंड
मॉस्को (Moscow) की प्रतिक्रिया अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा पिछले सप्ताह रूस पर लगाए गए कठोर आर्थिक दंड (Monetary Penalty) का अनुसरण करती है, जो यूक्रेन (Ukraine) में रूसी सैन्य हस्तक्षेप (Russian Military Intervention) के विरोध में उठाया गया कदम था. पश्चिम द्वारा अपनाए गए उपायों में स्विफ्ट भुगतान प्रणाली (SWIFT PAYMENT SYSTEM) से सबसे बड़े रूसी बैंकों को डिस्कनेक्ट (काट देना) करना, रूसी संपत्तियों और विदेशों में सरकारी भंडार को फ्रीज करना, साथ ही देश के सेंट्रल बैंक के खिलाफ दंडात्मक रवैया अपनाना शामिल है.
(इनपुट – आईएएनएस)
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