Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेन के खारकीव शहर को ही क्यों बनाया निशाना, ये हैं इसके पीछे की 4 वजह
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के युद्ध में रूस ने खारकीव (Kharkiv City) पर हमला तेज कर दिया है. हालांकि जब युद्ध की शुरुआत हुई थी तो रूस का सबसे पहला टारगेट यूक्रेन की राजधानी कीव ही थी. ऐसे में जानते है कि वे कौन सी 4 वजह हैं, जिसके चलते रूस ने अपना पैंतरा बदल कर अब खारकीव को निशाने पर ले लिया है.
1. वार्ता से पहले यूक्रेन को झुकाना जरुरी
रूस की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ता जा रहा है. रुसी मुद्रा रुबल मुद्रा का अवमूल्यन हो रहा है. पश्चिमी देश कई तरह की पाबंदियां लगा रहे हैं. इसी बीच नाटो देशों ने भी कड़ी निंदा से आगे बढ़कर अब यूक्रेन को हथियार देना शुरु कर दिया है.
रूस ने हमले की शुरुआत राजधानी कीव पर ही की थी. मगर वहां पर उसे यूक्रेनी सेना की ओर से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद उसने अपनी रणनीति बदलते हुए यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर हमले तेज कर दिए हैं. रूस के जरूरी है कि वो जल्द से जल्द यूक्रेन के किसी एक बड़े शहर पर कब्जा हासिल कर ले ताकि अगरे दौर की वार्ताओं में यूक्रेन पर भरपूर दबाव बना सके.
2. रूस की सीमा से नजदीकी
खारकीव शहर (Kharkiv City) रूस की सीमा के बहुत पास है. शहर से महज 90 मिनट की दूरी पर मौजूद बेलगरोड़ शहर के पास रूसी सेना का भारी जमावड़ा मौजूद है. रूस का ये भी मानना है कि रुसी बहुल आबादी की वजह से लोग शहर के लोग मॉस्को के प्रति थोड़ी सहानुभूति रखते हैं. खारकीव के बहुत से लोग सीमा पार रूस के साथ व्यापार करते हैं. ऐसे में खारकीव को कब्जे में करना उसके लिए कमोबेश आसान है.
3. खारकीव में रूस को समर्थन
रूस की नजर में खारकीव (Kharkiv City) की कीमत को समझने के लिए कुछ साल पीछे जाना होगा. साल 2014 में कीव में विद्रोहियों ने रूस के लिए सहानुभूति रखने वाले राष्ट्रपति विक्टोर यानूकोविच का तख्ता पलट कर दिया था. उस वक्त रूस ने कीव में नई सरकार के लिए विरोध के लिए प्रयास किए थे. इसी शहर खारकीव में, वहां के मेयर हेन्नाडी केर्नस ने रूसी समर्थक नेताओं और अधिकारियों के साथ वार्ता शुरु की. इसी बीच तख्ता पलट किए गए राष्ट्रपति यानूकोविच भी इसी शहर में पहुंचे थे.
यहीं नहीं साल 2015 में खारकीव में ही यानूकोविच की तख्ता पलट के एक साल पूरा होने पर एक रैली बुलाई गई. इस रैली में हुए एक बम धमाके में 2 लोग मारे गए थे. यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया था कि इस हमले की पीछे रूस का हाथ है.
4. रूस के लिए खारकीव का ऐतिहासिक महत्व
स्वतंत्र यूक्रेन के लिए होने वाले पहले विद्रोह को उस समय की सोवियत सेनाओं ने खारकीव (Kharkiv City) से ही कुचला था. ये पहला विद्रोह कीव में हुआ था. इसके बाद साल 1920 से 1934 तक यूक्रेनी सोवियत गणराज्य की राजधानी खारकीव रहा. साल 1934 के बाद यूक्रेन गणराज्य की राजधानी बदलकर कीव कर दी गई.
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1918 याद दिलाया था पुतिन ने
पुतिन की नजरों में यूक्रेन, रूस का ही हिस्सा है और इसे विदेशियों की साजिश और गुमराह यूक्रेनी राष्ट्रवादियों की वजह से अन्यायपूर्ण तरीके से छीन लिया गया है. रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की मौजूदा सत्ता को इस बात की याद दिलाते हुए कहा, ‘जिन्होंने यूक्रेन पर पूरा कंट्रोल विदेशी शक्तियों के हाथ में दे दिया है. वो याद रखें कि साल 1918 में तत्कालीन कीव की सत्ता के लिए ये निर्णय घातक रहा था.’
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