अमित शाह ने कहा- 2024 में केंद्र में आने के लिए यूपी जीतना जरूरी, जानें उन्होंने क्या कहा



Amit Shah Interview: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी किसी विशेष समुदाय के वोटों के स्वामित्व का दावा नहीं कर सकता।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यूपी चुनाव के बीच द इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार एक बार फिर से बनेगी। अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान योगी सरकार के कार्यों की जमकर तारीफ की। साथ ही अमित शाह ने कहा कि 2024 में केंद्र की सत्ता में बीजेपी को आने के लिए यूपी जीतना बेहद जरूरी है। कोई भी किसी विशेष समुदाय के वोटों के स्वामित्व का दावा नहीं कर सकता है। प्रत्येक मतदाता व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेता है।

IE: 2017 में जब आपने उत्तर प्रदेश में भाजपा के अभियान का नेतृत्व किया था, उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव के खिलाफ संदेश दिया था। आज योगी आदित्यनाथ के पांच साल हो गए हैं, जबकि अखिलेश यादव चुनौती दे रहे हैं। यह आपके लिए कितना अलग है?

अमित शाह : इस बार हमारी ताकत में सुधार हुआ है। मोदीजी अभी भी हैं। उनके साथ, हमारे पास वो है जो योगी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश के लिए किया है। भाजपा के लिए और भी कई फायदे हैं। इसलिए मैं खुद को मजबूत मानता हूं।

IE: अक्टूबर 2021 में, अपने पहले यूपी अभियान के भाषण में आपने कहा था कि अगर लोग चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी 2024 में प्रधानमंत्री के रूप में वापस आएं, तो उन्हें 2022 में योगी आदित्यनाथ की जीत सुनिश्चित करनी होगी। ये लिंक क्यों?

अमित शाह: मैंने ऐसा नहीं कहा। मैंने कहा था कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है। चूंकि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, इसलिए 2024 में सत्ता में लौटने के लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा का सत्ता में होना बहुत जरूरी है। अगर कोई केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाना चाहता है, तो वह उत्तर प्रदेश के जनादेश के बिना नहीं हो सकता।

IE: जमीन पर हमने यूपी में सरकार और पार्टी संगठन के बीच एक डिस्कनेक्ट के बारे में सुना। हम नौकरशाहों के बहुत शक्तिशाली, प्रभावशाली होने की शिकायतें सुनते हैं। जब आपने अभियान की कमान संभाली तो क्या चुनौतियां थीं?

अमित शाह: बिल्कुल भी कोई चुनौती नहीं थी. जिसे आप मतभेद कहते हैं, उसे मैं भ्रम कहता हूं। वास्तव में कोई कठिनाई नहीं थी। जब पार्टी के वरिष्ठ नेता आते हैं, तो ऐसे भ्रम दूर हो जाते हैं। “हमारा लक्ष्य था उत्तर प्रदेश में अपराधीकरण राजनीति रोकना, उत्तर प्रदेश के प्रशासन का राजनीतिकरण रोकना , जब हमारा लक्ष्य होता है तो ब्यूरोक्रेट-ड्रिवन क्या होता है?” अगर कुछ छोटी सी दिक्कत है तो हम बैठकर उसको सुलझा लेंगे।

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