शिशु और बच्चा, दोनों को भरपूर पोषण देता है ये चीज
बच्चे को मछली से एलर्जी हो सकती है इसलिए आप बच्चे के एक साल के होने से पहले उसे मछली ना खिलाएं। अगर आपके बच्चे के सामने पहली बार मछली खाने के बाद एलर्जी के कोई लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसे खिलाना बंद कर दें। लेकिन अगर बच्चे को मछली से एलर्जी नहीं है तो आप 6 महीने के होने के बाद भी उसे मछली खिलाना शुरू कर सकते हैं। यहां हम आपको छोटे बच्चों के बच्चों और शिशुओं के लिए मछलियों की दो रेसिपी बता रहे हैं।
मैश फिश
जब तक बच्चे के दांत न आएं तब तक उसे खाना मैश करके ही देना चाहिए। आप अपने बच्चे के लिए मछली को मैश कर के भी तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको फिशफिलेट चाहिए – एक, 1/8 कप कच्चा दूध, एक बड़ा चम्मच जला हुआ मक्खन, 1/2 छोटा चम्मच नमक, 1/8 कप मसला हुआ मटर, 1/8 कप मैश की हुई गाजर, 1/8 कप मैश किए हुए आलू।
मैश फिश बनाने का तरीका

बच्चे के लिए मैश मछली बनाने की विधि है :
- सबसे पहले मछली में से कांटा निकाल लें। बेहतर होगा कि आप बच्चों के लिए बिना कांटे वाली मछली का प्रयोग करें।
- अब, मछलियों को भांप में या बेक करके देखें।
- पकड़ी हुई मछली को मोह में काट लें।
- सभी सामग्री को एक ब्लेंडर में डालें और ब्लेंड या डाइज करें।
- सभी सामग्री को एक साथ टॉस करें और लिंक करें।
फोटो साभार : TOI
मछली बोली

आप अपने नन्हे-मुन्नों को खाने के लिए जीभ के रूप में बना सकते हैं। इसके लिए एक अंडा, 400 ग्राम मछली (2 सेमी मोटे अधीनस्थ में कटी हुई), 1/4 कप दूध, ½ कप मैदा, ब्रेडक्रंब और जैतून का तेल।
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मछली शब्द कैसे बनाएं

- 200 डिग्री पर शामिल हों प्रीहीट करें।
- दूध और अंडे को एक साथ लें।
- मछली के अनुबंध में रोल करें, फिर उन्हें अंडे और दूध के मिश्रण में डुबो दें।
- उन्हें ब्रैडक्रंब से कोट करें और चेतावनी दें।
- उन पर थोड़ा सा तेल छिड़कें।
- 10 मिनट या उनके भूरे होने तक बेक करें।
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इन टिप्स का ख्याल रखें

अपने बच्चे को मछली का समय दें आपको ये टिप्स याद रखना चाहिए :
- यदि आपका शिशु स्तनपान कर रहा है, तो उसे छह महीने के बाद ही मछली खिलाएं।
- कम मर्करी फिश चुनें।
- अपने बच्चे को मछली पकड़ने से पहले कांटों को हटा दें क्योंकि इससे घुटने का खतरा हो सकता है।
- अपने बच्चे को देने से पहले मछली के मांस की पीरी बनाएं।
- बच्चों को हमेशा अच्छी तरह से पकी हुई मछली के खिलाड़ी।
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